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KORBA. जिले का वन क्षेत्र दुर्लभ सांपों का घर है। यहां कई ऐसे सांप भी पाए गए हैं जिनका छत्तीसगढ़ की जलवायु में मिलना संभव नहीं माना जाता। इस बार वन सुंदरी के दर्शन लोगों को हुए हैं। वन सुंदरी यानी Common Trinket सांप जो दिखने में सुंदर तो दिखता ही है, साथ ही यह विषहीन होता है। इसीलिए इसे पकड़ने वाले सर्प मित्र ने उसे अपने हाथों में भी चलने दिया। इसका वीडियो अब वायरल भी होने लगा है।
रीसदी गांव में मिली वन सुंदरी
दरअसल, ये सांप कोरबा जिले के वनांचल में स्थित ग्राम रीसदी में मिला है, जब वह सड़क पार कर रहा था। अन्य सांपों से यह बिल्कुल अलग दिखता है और सुंदर भी। लेकिन, किसी को न इसका नाम मालूम था और न यह जानकारी थी कि ये जहरीला नहीं होता। कुछ ने खतरनाक सांप मानकर उसे मारने या खदेड़ने की सोची तो वहीं दूसरे लोगों ने कहा कि स्नेक रेस्क्यू टीम को सूचना दी जाए ताकि पता तो चले कि ये कौन सा सांप है। तत्काल गांववालों ने स्नेक रेस्क्यू टीम को फोन कर सांप के बारे में बताया। तब टीम के प्रमुख और वन विभाग सदस्य जितेंद्र सारथी कुछ देर में मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सांप को पकड़ा और उसका मुआयना किया। तब उन्हें पता चला कि ये कॉमन ट्रिंकेट सांप है।
कॉमन ट्रिंकेट सांप को वन सुंदरी के नाम से जाना जाता है
वन विभाग की टीम ने गांव वालों को बताया कि कॉमन ट्रिंकेट सांप को हिंदी में वन सुंदरी के नाम से जाना जाता है, क्योंकि यह दिखने में अन्य सांपों से सुंदर होता है और आक्रामक होने के बजाय बेहद शांत रहता है। साथ ही यह भी बताया कि इस प्रजाति के सांपों में जहर नहीं होता। लोगों को यकीन नहीं हुआ तो उन्होंने सांप को अपने हाथों पर ही चलने के लिए छोड़ दिया, तब गांववालों पर भी उनकी बात का असर हुआ। इसके बाद उन्होंने सांप को ले जाकर घने जंगल में सुरक्षित तरीके से छोड़ दिया।
सांपों के लिहाज से जैव विविधता वाला है कोरबा का जंगल
वहीं इस सांप को लेकर वन मंडलाधिकारी प्रियंका पांडेय ने बताया कि कोरबा का जंगल सांपों के लिहाज से जैव विविधता वाला है। अब तक यहां ऐसे- ऐसे दुर्लभ सांप मिल चुके हैं, जो मात्र दक्षिण भारत में या फिर हिमालय की तराइयों में पाए जाते हैं। इसलिए माना जा सकता है कि पूरा जंगल का इलाका सांपों के लिए बायोडायवर्सिटी वाला है। इसीलिए इन सांपों के संरक्षण के लिए भी हम विशेष प्रयास कर रहे हैं। बहुत जल्द इसका असर भी देखने को मिलेगा।